इंडियापाः रिश्तों के रंगमंच की कहानी, कहीं आपकी प्रेम कहानी तो नहीं
‘इंडियापा‘। आप सोच रहे होंगे यह कैसा नाम है, मेरे दिमाग में भी सबसे पहले यही आया था। दरअसल यह एक प्रेम पर आधारित उपन्यास है। उपन्यासकार विनोद दूबे ने इसे आत्मकथात्मक शैली में लिखा…
‘इंडियापा‘। आप सोच रहे होंगे यह कैसा नाम है, मेरे दिमाग में भी सबसे पहले यही आया था। दरअसल यह एक प्रेम पर आधारित उपन्यास है। उपन्यासकार विनोद दूबे ने इसे आत्मकथात्मक शैली में लिखा…