हवा का झोंका
तुम कहाँ हो आकाश सूना हो उठा काले बादल दूर दिशाओं से उड़ते आ रहे अँधेरा रास्ते का मन के आँगन में बरस रहा पानी जंगल में झूमते पेड़ हिलोरे ले रहा सागर हर तरफ…
तुम कहाँ हो आकाश सूना हो उठा काले बादल दूर दिशाओं से उड़ते आ रहे अँधेरा रास्ते का मन के आँगन में बरस रहा पानी जंगल में झूमते पेड़ हिलोरे ले रहा सागर हर तरफ…