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कवि

कविता का गहरा प्रभाव हमारी संस्कृति और संस्कारों पर कैसे पड़ा है, इसे जानने के लिए नरेश शांडिल्य के इन विचारों को पढ़िये

समकालीन हिंदी दोहा लेखन में ‘दोहों के आधुनिक कबीर’ के रूप में विख्यात और लोकप्रिय नरेश शांडिल्य एक प्रतिष्ठित कवि, दोहाकार, शायर, नुक्कड़ नाट्यकर्मी और संपादक हैं। विभिन्न विधाओं में आपके 7 कविता संग्रह प्रकाशित…


सदैव अपनी जड़ और जमीन से जुड़ करके ही हम रचनारत रहें- कवि रजत कृष्ण से बातचीत

छत्तीसगढ के कवि रजत कृष्ण की कविताओं में इस जनपद के लोक जनजीवन का सौंदर्य खास कर प्रकट हुआ है। प्रस्तुत है इनसे राजीव कुमार झा की बातचीत कविता लेखन की शुरुआत स्कूली शिक्षा के…


हिंदी लेखन को नारीवाद ने कितना प्रभावित किया है, बिहार की कवयित्री डॉ. मीरा से जानिए!

बिहार के आरा की निवासी मीरा श्रीवास्तव की पहचान हिंदी लेखन में मूलत कवयित्री के रूप में है, लेकिन इन्होंने आलोचनात्मक लेखन भी किया है।  प्रस्तुत है इनसे राजीव कुमार झा की बातचीत, लेकिन उससे…


कवि मलखान सिंह के निधन पर आयोजित हुई स्मृति सभा, डीयू के प्रो. श्योराज सिंह ‘बेचैन’ को मिलेगा स्मृति सम्मान

अखिल भारतीय अम्बेडकरवादी स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ के तत्वावधान में 17 अगस्त को दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर केपी सिंह की अध्यक्षता में हिंदी दलित साहित्य के सुप्रसिद्ध…