भारत में वैक्सीनेशन की तेज़ी और कोरोना के गिरते मामलों के बाद जनता में डर का माहौल कम हो गया था, जिसके बाद लोगों की आम ज़िन्दगी वापस पटरी पर आ रही थी, लेकिन कोरोना वायरस के नए वैरियंट ने वापस से डर का माहौल पैदा कर दिया है। जहां एक साल से अधिक समय के बाद स्कूल और कॉलेजों ने ऑफलाइन मोड में पढ़ाई शुरू की थी तो वही एक बार फिर ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से ऑनलाइन मोड की आशंका जताई जा सकती है। आपको बता दें ओमिक्रोन ने भारत में अपनी रफ़्तार बढ़ा दी है। रविवार सुबह तक जहा भारत में ओमिक्रोन के सिर्फ 4 केस दर्ज हुए थे, वहीं सोमवार सुबह तक संक्रमितों की संख्या 25 से अधिक दर्ज की गई।
आपको बता दें कि ओमिक्रॉन का पहला मामला अफ्रीका के बोत्सवाना में पाया गया था मगर 24 नवम्बर को पहली बार दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने इसे WHO को रिपोर्ट किया था। तभी से लेकर अब तक ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी जैसे कई देशों में ओमिक्रॉन की पहचान की गई है। कोरोना के इस नए वैरिएंट की गंभीरता को देखते हुए फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने 1 महीने के लिए नाईट क्लब को बंद करने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट युवाओं में फैल रहा है और इस प्रकार की जगहों पर मास्क पहनना और दूरी बनाए रखना संभव नहीं है। फ़्रांस के साथ साथ कई देशों ने भी वैरियंट की गंभीरता को देखते हुए कुछ पाबंदिया लगाई है।
भारत में ओमिक्रॉन से प्रभावित राज्य
भारत के कई राज्यों में ओमिक्रॉन के लक्षण देखने को मिले हैं। जानकारी के अनुसार देश में पहला ओमिक्रॉन वायरस कर्नाटक के एक व्यक्ति में पाया गया। दक्षिण अफ्रीका से 20 नवंबर को बेंगलूरु आया शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया गया। बाद में यह शख्स भारत छोड़ कर फरार हो गया। इसके बाद देश के अलग -अलग राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आ रहे है। महाराष्ट्र के पुणे जिले में 7 लोगों ने स्वास्थ्य ख़राब होने के बाद अपना जांच कराया, जिसके बाद उन सभी में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की पुष्टि की गई। स्वास्थ्य विभाग से पता चला है कि संक्रमितों में नाइजीरिया से आयी एक महिला और उसकी दो बेटियां शामिल है। राजस्थान में भी ओमिक्रॉन के कई मामले सामने आए है। आपको बता दें कि राजस्थान के जयपुर में सोमवार को ओमिक्रॉन के 9 मरीज सामने आए। बताया जा रहा है 4 संदिग्ध जो 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे तथा 5 लोगों से संपर्क के बाद उन सभी में ओमिक्रॉन वायरस की पुष्टि की गई है। राजधानी दिल्ली में अलग अलग देशों से पहुंचे 8 लोगों के संक्रमित होने के बाद उन्हें लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं तथा उनका इलाज चल रहा है। गुजरात में अभी तक 1ओमिक्रॉन का मामला दर्ज किया गया है।
देश में लॉकडाउन की आशंका
बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन वायरस भारत में तीसरी लहर का कारण बन सकता है। NIDM ने अपनी रिपोर्ट दर्ज करते हुए कहा तीसरी लहर एक वास्तविक चुनौती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तीसरी लहर से बच्चे अधिक प्रभावित हो सकते है। आईआईटी के साइंटिस्ट मनिन्द्र अग्रवाल का कहना है कि फरवरी में इसका पीक आ सकता है, जिसके बाद हर दिन 1 से 1.5 लाख केस सामने आ सकते हैं। गौरतलब है कि ओमिक्रॉन से अब तक किसी की मौत नहीं हुई है। हालांकि ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए लॉकडाउन का डर भी सताने लगा है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा है कि राजधानी में फ़िलहाल लॉकडाउन की गुंजाइश नहीं है। वहीं महाराष्ट्र् के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि राज्य में लॉकडाउन राज्य सरकार या केंद्र सरकार की सलाह पर लगाई जाएंगी।
सदन में उठ सकता है ओमिक्रॉन का मुद्दा
कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की गंभीरता को देखते हुए सदन में भी इसका मुद्दा उठ सकता है। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है ऐसे में वो और उनकी पार्टी सदन में यहां मुद्दा उठाने जा रहे हैं।
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