देश में इस वक्त सियासी घमासान मचा हुआ है। एक तरफ पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव है तो वहीं दूसरी तरफ किसान नेता भी पश्चिम बंगाल में बीजेपी को लोग वोट न करें इसके लिए तमाम रैलियां कर रहे हैं। ममता बनर्जी को एक रैली के दौरान घायल हो गई इसे भी एक राजनीतिक चाल माना जा रहा है। किसान आंदोलन को 26 मार्च को पूरे तीन महीने होने वाले हैं। किसानों को दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए 100 दिन से भी ज्यादा हो चुके हैं। हालांकि किसान और सरकार के बीच 11 दौर की वार्ता हो चुकी है। लेकिन कृषि कानूनों को लेकर कोई भी नतीजा नहीं निकल पाया है। न तो सरकार कृषि कानूनों को रद करने के लिए तैयार है और न ही किसान पीछे हटने को तैयार है। तो ऐसे में किसान नेता गांव गांव, शहर शहर जाकर महापंचायतें कर रहे हैं और लोगों तक नये कृषि कानूनों से होने वाले नुकसान के बारे में बता रहे हैं। उसी कड़ी में किसान नेता पश्चिम बंगाल जाकर बीजेपी को वोट न देने की अपील की है।
ममता बनर्जी को लगी चोट का चुनावों पर कितना असर?
10 मार्च को ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ जाकर नंदीग्राम सीट पर नामांकन किया था। शाम के वक्त ममता बनर्जी का काफिला निकल रहा था तभी 4-5 लोगों ने ममता बनर्जी पर हमला कर दिया ऐसा ममता बनर्जी की ओर से बताया गया। लेकिन इस पर भी राजनीति शुरू हो गई है बीजेपी की ओर से कहा जा रहा है कि ये सिर्फ चुनावी रणनीति है और हो भी सकता है। लेकिन विपक्ष को लोग इसे बीजेपी की ओर से हमला बता रहे हैं। बीजेपी की एक छवि बन गई है जहां चुनाव होते हैं वहां दंगा जरूर होता है। लेकिन इस बार ममता बनर्जी घायल हो गई और बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इसे ममता बनर्जी की नौटंकी बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ये सब सहानुभूति लेने के लिए कर रही हैं। यानी कि उन्हें भी अंदाजा होने लगा है कि ममता बनर्जी का पलड़ा भारी है। दूसरी तरफ किसानों ने भी बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
पश्चिम बंगाल में कितने चरणों में होंगे चुनाव?
निर्वाचन आयोग के अनुसार पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान होगा। पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को पहले चरण में मतदान होगा। इसके बाद 1 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा। तीसरे चरण में 6 अप्रैल, चौथे चरण में 10 अप्रैल, पांचवें चरण में 17 अप्रैल, छठे चरण में 22 अप्रैल और सातवें चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। इसके बाद 29 अप्रैल को आठवें चरण का मतदान होगा। 2 मई को मतगणना के बाद नतीजे घोषित होंगे।
2016 में पश्चिम बंगाल के चुनाव छह चरणों में हुए थे। पश्चिम बंगाल में विधानसभा की 294 सीटे हैं। इसमें से ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पास 211 विधायक हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 44, लेफ्ट ने 32 तो भारतीय जनता पार्टी ने मात्र तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। यहां बहुमत के लिए 148 सीटों की जरूरत है।
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