दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध मैत्रेयी कॉलेज ऑनलाइन छात्र संघ चुनाव आयोजित करने वाला दिल्ली विश्वविद्यालय और समूचे देश का पहला कॉलेज बन गया। 2 मई को कॉलेज में सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक मैत्रेयी कॉलेज छात्रसंघ चुनाव : 2020-21 के लिए पहली बार ऑनलाइन वोटिंग प्रकिया की गयी। इस प्रक्रिया को प्रतिभागियों एवं मतदाता छात्राओं की ओर से जबजस्त रिस्पॉंस मिला, यही कारण है कि पहले के चुनाओं की अपेक्षा इस बार लगभग डेढ़ गुना अधिक वोटिंग हुयी। चुनाव परिणाम के घोषणा के अवसर पर मैत्रेयी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. हरित्मा चोपड़ा ने कहा कि समस्या चाहे जितनी बड़ी हो, उसका कोई न कोई समाधान अवश्य ही होता है। हर कठिन चुनौती हमेशा एक नया अवसर लेकर आती है। लॉकडाउन के बाद से, हमारे शिक्षक ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं और वेबिनार के माध्यम से छात्राओं की अध्ययन-आवश्यकताओं को पूरा करते हुए उनकी समस्याओं का यथोचित समाधान भी कर रहे हैं। इसीलिए हमने सोचा कि अध्ययन के साथ-साथ कॉलेज की अन्य गतिविधियाँ भी क्यों प्रभावित हों। इसी क्रम में हमने चुनाव प्रक्रिया भी ऑनलाइन कराने का निर्णय लिया। इसको व्यवस्थित रूप से सुसम्पन्न कराने में कॉलेज के चुनाव कार्यालय ने महती भूमिका निभायी। यह हमारे लिए बहुत गौरव की बात है।
गौरतलब है कि चुनाव अधिकारी रजनी गुप्ता के नेतृत्व में डॉ. मंजू भारद्वाज, डॉ. वीना घुरियानी, डॉ. शालिनी लंब, डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, डॉ. पी. कविता वर्मा और डॉ. मिथिला बगई की टीम ने इस अतिमहत्त्वपूर्ण कार्य को अंजाम दिया। इसमें कॉलेज द्वारा चुनाव के लिए चयनित वॉलंटियर्स ने प्रातः 9 बजे शायं 5 तक मतदाताओं के मतदान से जुड़े विभिन्न सवालों के जबाब भी दिए। चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी एवं हर तरह की तकनीकी समस्याओं से मुक्त रखने के लिए सम्पूर्ण प्रक्रिया का कई चरणों में परीक्षण भी किया गया और जब कॉलेज की चुनाव समिति ने एक मत से इसको अपनाने हेतु अपनी स्वीकृति दे दी तभी प्रतिभागी छात्राओं की सहमति से इस प्रक्रिया को अमल में लाया गया। लॉकडाउन में जहाँ समूचा विश्व एक जगह ठहर सा गया है, वहाँ मैत्रेयी कॉलेज की यह पहल निःसन्देह अत्यन्त प्रशंसनीय एवं अनुकरणीय है।
ये छात्राएं विजेता घोषित की गईं
2 मई को 14 उम्मीदवारों ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष के पदों के लिए चुनाव लड़ा। उनका प्रचार भी केवल ऑनलाइन मोड के माध्यम से किया गया था। चुनाव समिति ने मतदान हेतु विधिवत् नियमावली तैयार कर छात्राओं में वितरित किया और प्रत्येक वर्ष की छात्राओं के लिए अलग-अलग कुल तीन लिंक बनाए गए, जिसके माध्यम से सम्बन्धित छात्राओं ने अपना वोट डाल डाला। चुनावोपरान्त मतदान में प्राप्त वोटों के आधार पर अध्यक्षा पद के लिए स्वस्तिका राणा, उपाध्यक्षा पद के लिए परिना शर्मा, सचिवा के लिए श्रेया दीक्षित और कोषाध्यक्ष के लिए एकता को विजेता घोषित किया गया। चुनाव परिणाम की घोषणा भी ऑनलाइन माध्यम गूगल मीट पर वीडियों कॉंफ्रेंसिंग के जरिए की गयी। यहाँ यह भी बता दें कि सम्पूर्ण चुनाव प्रक्रिया की कॉलेज के अध्यापकों, छात्राओं एवं प्रतिभागियों ने मुक्तकण्ठ से प्रशंसा की, जिसके द्वारा बैलेट पेपर इत्यादि की छपाई के माध्यम से जो कागज की बर्बादी होती थी, उसको रोकते हुए पर्यावरण संरक्षण की सीख भी दी गयी है।
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