दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है। 70 में 62 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद 16 फरवरी को आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस बार महिला मतदाताओं का पुरुषों के मुकाबले वोट प्रतिशत अधिक रहा। साल 2020 के चुनाव में 62 में से 8 विधायक महिलाएं हैं। लेकिन इसके बाद भी केजरीवाल ने अपनी कैबिनेट में एक भी महिला को शामिल नहीं किया। पार्टी की ओर से इसका कारण ये बताया गया कि कैबिनेट में कोई फेरबदल नहीं किया गया।
इससे पहले भी दिसंबर 2013 और फ़रवरी 2015 में भी केजरीवाल ने रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बता दें कि केजरीवाल ने 2013 में कांग्रेस के समर्थन से 49 दिनों तक सत्ता में रहने के बाद इस्तीफ़ा दे दिया था। इसके बाद फ़रवरी 2015 में हुए चुनाव में 70 में 67 सीटें जीती थीं। 2013 और 2015 में उपराज्यपाल नजीब जंग ने शपथ दिलाई थी, इस बार उपराज्यपाल अनिल बैजल शपथ दिलाएंगे।
पीएम मोदी शपथ ग्रहण समारोह में नहीं हुए शामिल
आम आदमी पार्टी ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए किसी भी प्रदेश के मुख्यमंत्री को न्यौता नहीं दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर अरविंद केजरीवाल को सीएम पद की शपथ लेने पर बधाई दी है। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने पीएम मोदी को भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया था। हालांकि वाराणसी दौरे पर जाने के चलते पीएम मोदी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए थे।
शपथ ग्रहण के बाद बोलते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा, “हमने प्रधानमंत्री जी को समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा था लेकिन वो किसी दूसरे कार्यक्रम में पहले ही व्यस्त हैं। लेकिन हमें प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का आशीर्वाद चाहिए।”
Thank you for the warm wishes sir. I wish you could come today, but I understand you were busy. We must now work together towards making Delhi a city of pride for all Indians https://t.co/hHFvH8cLCJ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 16, 2020
शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा की तरफ से विजेंद्र गुप्ता ऐसे इकलौते नेता थे, जिन्होंने अपनी मौजूदगी दर्ज करायी। इस दौरान भी राजनीति देखने को मिली, भाजपा विधायक ने आप पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें पीछे की लाइनों में बैठाया गया। विजेंद्र गुप्ता ने शपथ ग्रहण समारोह में सीट ना मिलने और पार्किंग की जगह ना मिलने का भी आरोप लगाया।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की प्रचंड जीत के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने रविवार को आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के छह सदस्यों को मंत्री पद की शपथ दिलायी।
पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया और अन्य मंत्रियों गोपाल राय, सत्येन्द्र जैन, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेन्द्र पाल गौतम ने भी केजरीवाल के साथ नवगठित सरकार के मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। गोपाल राय ने आजादी के शहीदों के नाम पर शपथ ली। इसकी चर्चा खूब हो रही है।
केजरीवाल सरकार में कैबिनेट गठन में जातीय समीकरण का भी ख्याल रखा गया है। केजरीवाल सरकार में चार सवर्ण, एक एससी एक ओबीसी वर्ग के नेता को जगह दी गई है।
62 में से 8 महिलाएं, लेकिन एक को भी कैबिनेट में जगह नहीं
आम आदमी पार्टी के टिकट पर 8 महिलाएं विधायक चुनी गई हैं। जिनमें आतिशी, राखी बिरला, राज कुमारी ढिल्लन, प्रीति तोमर, धनवंती चंदेला, प्रमिला टोकस, भावना गौड़ और बंदना कुमारी शामिल हैं। केजरीवाल कैबिनेट में किसी भी महिला नेता को जगह नहीं मिली है। कैबिनेट में किसी महिला को शामिल न किए जाने को लेकर लोगों ने सवाल खड़े किए हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में क्या रहा खास और केजरीवाल ने क्या कहा?
11 फरवरी को नतीजे आने के बाद सोशल मीडिया पर छोटे केजरीवाल की तस्वीरें वायरल हुई थी। तस्वीर में नजर आ रहे बच्चे का नाम अय्यान तोमर है। अय्यान तोमर एक साल के हैं। समारोह में आने के लिए अय्यान को खास आमंत्रण दिया गया था। अय्यान तोमर पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार में रहता है। उनके पिता राहुल तोमर ‘आप’ समर्थक हैं। तस्वीर में अय्यान आम आदमी पार्टी की टोपी लगाए हुए और मफलर लपेटे हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरह दिखता नजर आया।
शपथ ग्रहण के बाद अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान में भाषण की शुरुआत ”भारत माता की जय” नारे के साथ की।
केजरीवाल ने कहा कि ये उनकी जीत नहीं है, ये दिल्ली की जीत है, हर दिल्ली वाले की जीत है, हर मां, हर बहन की और दिल्ली के एक एक परिवार की जीत है।
उन्होंने कहा, ”पिछले पांच साल में हमारी कोशिश यही रही है कि दिल्ली का विकास तेज़ी से हो. आने वालों पांच सालों में और उसके आगे भी दिल्ली का विकास ऐसे ही होता रहेगा।”
उन्होंने कहा ”चुनाव के वक़्त जो बातें हुईं वो अब बीत गईं। हमारे विरोधियों ने जो कुछ हमारे बारे में कहा, हमने उन्हें माफ़ कर दिया। अब मैं सभी पार्टियों के साथ मिलकर, केंद्र सरकार के साथ मिलकर दिल्ली को आगे बढ़ाने के लिए काम करना चाहता हूं।”
दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में नई राजनीति, विकास की राजनीति को वोट मिले हैं और वही सत्ता में आई है। अब देश में नई राजनीति की चर्चा है।
उन्होंने कहा, ”जो लोग सवाल उठाते हैं कि केजरीवाल सब कुछ मुफ़्त बांट रहा है उन पर लानत है। मैं अपनी दिल्ली के लोगों के पढ़ाई, इलाज के लिए पैसे नहीं ले सकता।”
भाषण के अंत में उन्होंने ”हम होंगे कामयाब…” गाना गाया।
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