हौसला हारता किसान और बेशर्म सरकार, कब तक चलता रहेगा ऐसे?
–साहित्य मौर्या हमें तेरे सत्ता के सियासी खेल का हिस्सा नहीं बनना हमें हमारी परिश्रम का मेहनताना दे दो और हमारी मांग पूरी करो। कुछ ऐसे ही नारे के साथ 5 सितंबर को लाल रंग…
–साहित्य मौर्या हमें तेरे सत्ता के सियासी खेल का हिस्सा नहीं बनना हमें हमारी परिश्रम का मेहनताना दे दो और हमारी मांग पूरी करो। कुछ ऐसे ही नारे के साथ 5 सितंबर को लाल रंग…
-पूजा कुमारी “गुरु गोवन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पाय। बलिहारी गुरु आपने, गोविन्द दियो बताय ।।” – कबीर कबीर का यह दोहा बहुत ही प्रसिद्ध एवं बहुश्रूत है। हम सभी बचपन से ही इसे पढ़ते,…
पुरानी पेंशन योजना को लागू कराने की मांग को लेकर हो रहा विरोध दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शिक्षक अपनी लंबित मांगों और समस्याओं का न हल न मिल पाने के विरोध में 5 सितम्बर को “राष्ट्रीय…
-विवेक आनंद सिंह “ऐ ख़ाक-ए-वतन अब तो वफ़ाओं का सिला दे मैं टूटती सांसों की फ़सीलों पे खड़ा हूँ” -जावेद अकरम फ़ारूक़ी बचपन बीता, जवानी ढलने को आई है, बहुतों की ढल भी गई और…