वह सुबह कब यहाँ आयेगी ?
वह सुबह कब यहाँ आयेगी ? जब सूनी सड़कों पर बेटी हो निडर घूम – फिर पायेगी । वह सुबह कब यहाँ आयेगी ? मुखौटा पुरुषों का पहनकर दानव वहशी बन डोल रहे लगती…
वह सुबह कब यहाँ आयेगी ? जब सूनी सड़कों पर बेटी हो निडर घूम – फिर पायेगी । वह सुबह कब यहाँ आयेगी ? मुखौटा पुरुषों का पहनकर दानव वहशी बन डोल रहे लगती…