कब तक न्यायालय में पीड़ितों के रूह नोचे जाएंगे
फिर एक सवाल उठा है दिल के किसी कोने में फिर आंखों से आंसू छलका है चुपके-चुपके रोने में कब तक भरी सभा मे पांचाली के केश दबोचे जाएंगे कब तक न्यायालय में पीड़ितों…
फिर एक सवाल उठा है दिल के किसी कोने में फिर आंखों से आंसू छलका है चुपके-चुपके रोने में कब तक भरी सभा मे पांचाली के केश दबोचे जाएंगे कब तक न्यायालय में पीड़ितों…