सड़क की चिट्ठी, संसद के नाम, देश के निजाम के नाम
सड़क की चिट्ठी, संसद के नाम देश के निजाम के नाम मैं सड़क हूं, और गांव की गलियों से होकर संसद तक आती हूं. दुनिया बदल गई, लोग बदल गए, उन गांवों ने भी कस्बे…
सड़क की चिट्ठी, संसद के नाम देश के निजाम के नाम मैं सड़क हूं, और गांव की गलियों से होकर संसद तक आती हूं. दुनिया बदल गई, लोग बदल गए, उन गांवों ने भी कस्बे…