मेरे आंगन में बुलबुल का बसेरा- (संस्मरण)
जिस दिन से बुलबुल ने मेरे आंगन में खड़े आम की डाली पर घोंसला बनाया, उसी दिन से सुबह शाम जब तब मेरी निगाहें उस डाली पर लगी रहती। आम का पेड़ रसोई की खिड़की…
जिस दिन से बुलबुल ने मेरे आंगन में खड़े आम की डाली पर घोंसला बनाया, उसी दिन से सुबह शाम जब तब मेरी निगाहें उस डाली पर लगी रहती। आम का पेड़ रसोई की खिड़की…
पत्रकारिता में अपना करियर बनाने वाले छात्रों के लिए एक अच्छी खबर ये है कि दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने 10 अगस्त से हिंदी पत्रकारिता (स्नातकोत्तर/पीजी डिप्लोमा) के एक वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू…
कोरोना विषाणु संक्रमण के कारण अभी स्कूल, कॉलेज जैसे शिक्षा संस्थान बंद हैं। इस वजह से अध्ययन, अध्यापन का कार्य छात्र व अध्यापक घर बैठे सोशल मीडिया या वीडियो ऐप के माध्यम से ही कर…
गुजरात के राजकोट की कवयित्री अल्पा योगेश महेता साहित्य में अपने उपनाम एक एहसास से जानी जाती हैं और इन्होंने हिंदी, गुजराती के अलावा अंग्रेजी में काव्य लेखन किया है. पत्र-पत्रिकाओं और डिजिटल चैनलों पर…