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वीडियो-आखिर ओपन बुक परीक्षा का क्यों हो रहा विरोध और क्या है समाधान?

दिल्ली विश्वविद्यालय ने कोरोनावायरस संक्रमण के चलते अंतिम वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों के लिए ओपन बुक एग्जामिनेशन करने का फैसला लिया है। ओपन बुक एग्जामिनेशन के लिए यूजी, पीजी छात्रों के लिए दिशानिर्देश भी जारी की जा चुकी हैं। साथ ही परीक्षा की तारीखों की भी घोषणा कर दी गई है। डीयू ने अब यूजी, पीजी छात्रों के साथ दिव्यांग छात्रों के लिए ओपन बुक एग्जाम की अलग से दिशानिर्देश जारी की है।

ओपन बुक एग्जामिनेशन में छात्रों को ऑनलाइन क्वेश्चन पेपर दे दिया जाएगा, जिसे उन्हें डाउनलोड करके हल करना होगा। पेपर को करने के लिए छात्रों को 2 घंटे का समय दिया जाएगा और 1 घंटे का समय प्रश्न पत्र डाउनलोड करने और उत्तरपुस्तिकाओं को अपलोड करने के लिए होगा। जबकि दिव्यांग छात्रों को कुल 5 घंटे का समय दिया जाएगा।

बता दें कि कोरोनावायरस के चलते परीक्षाएं आयोजित कराना संभव नहीं हैं। ऐसे में डीयू ने यूजी व पीजी के लिए अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए ऑनलाइन माध्यम से परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया है। हालांकि पहले और दूसरे साल के छात्रों की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। पहले और दूसरे साल में पढ़ने वाले छात्रों को इंटरनल असेसमेंट और पिछले सेमेस्टर के नंबरों के आधार पास किया जाएगा। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, छात्रों को 50 फीसदी नंबर आंतरिक मूल्यांकन या असाइनमेंट और 50 फीसदी नंबर पिछले सेमेस्टर/टर्म/ वर्ष के नंबरों के आधार पर दिए जाएंगे। जबकि पहले साल में पढ़ने वाले छात्र जिनकी पिछली परीक्षाओं के रिकॉर्ड नहीं हैं उन्हें 100 फीसदी असाइनमेंट के आधार पर पास किया जाएगा।

इस ओपन बुक परीक्षा को लेकर छात्र नोटिफिकेशन आने से पहले ही विरोध कर रहे हैं। इसमें शिक्षकों ने भी ऑनलाइन विरोध दर्ज कराया है। फोरम4 ने इन छात्रों औऱ शिक्षकों से इस मुद्दे पर बात की है। देखिये पूरी वीडियो

आखिर ओपन बुक परीक्षा का क्यों हो रहा विरोध औऱ क्या है समाधान?

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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