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किसानों के इरादे पक्के, कृषि कानून वापस नहीं तो करेंगे चक्का जाम

देशभर के किसान नए कृषि कानूनों को लेकर लगातार विरोध कर रहे हैं। दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन करते हुए किसानों को पूरे 11 दिन हो चुके हैं और किसानों से सरकार की इस संबंध में हुई 5 दिसंबर की वार्ता विफल साबित हुई। यह कृषि कानूनों को लेकर के सरकार और किसानों के बीच पांचवें दौर की वार्ता रही। किसानों के इरादे पक्के हैं उन्होंने सरकार के बिल संशोधन को लेकर कही गई बात को इनकार करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा है तीनों कृषि कानूनों की वापसी इस समस्या का समाधान है। हालांकि सरकार के साथ छठें दौर की वार्ता किसानों की 9 दिसंबर को होने वाली है। लेकिन इस बीच किसान 8 दिसंबर को भारत बंद करके पूरे देश में चक्का जाम करने की तैयारी में हैं। आज भी किसान दिल्ली के चारों ओर टिकरी, सिंघु और गाजिपुर बॉर्डर पर लाखों की संख्या में जमा होकर अपना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के समर्थन में विपक्षी पार्टियां, वर्तमान संगठन भारत बंद करने के लिए सड़कों पर आने की तैयारी में हैं।

अब बातचीत नहीं बल्कि समाधान चाहते हैं किसान, पढ़िए किसान आंदोलन में अब तक क्या-क्या हुआ?

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि 8 दिसंबर को किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के आह्वान का आम आदमी पार्टी पूरी तरह से समर्थन करती है। देश भर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीक़े से इसका समर्थन करेंगे। सभी देशवासियों से अपील है की सब लोग किसानो का साथ दें और इसमें हिस्सा लें। आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने भी कहा कि वे बीजेपी सरकार के बनाए गए कानूनों के विरोध में भारत बंद का समर्थन करेंगे।

किसान आंदोलन का असर बिहार में भी दिखाई दे रहा है। 5 दिसंबर को आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने पटना के गांधी मैदान पहुंचकर इन काले कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। इस वजह से तेजस्वी यादव पर केस दर्ज किया गया है। केस दर्ज होने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है। दम है तो गिरफ़्तार करो,अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार के बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूँगा। किसानों के लिए FIR क्या अगर फाँसी भी देना है तो दे दीजिए।

किसानों के समर्थन में आए पंजाबी सिंगर्स

इतना ही नहीं धीरे धीरे सेलिब्रिटी भी किसानों के समर्थन में खड़े हो रहे हैं। बॉक्सर विजेंदर सिंह ने तो ये तक कह डाला कि अगर किसानों की मांगे नहीं मानी जाती तो वो राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार वापस कर देंगे। इससे पहले दिलजीत और कंगना के बीच ट्विटर वॉर हुआ था। जिसमें दोनों के बीच काफी बहस हुई थी, जिसके बाद दिलजीत दोसांझ ने सिंघु बॉर्डर पहुंचकर किसानों का समर्थन दिया। यहां तक कि दिलजीत ने किसानों को गर्म कपड़े मुहैया कराने के लिए 1 करोड़ रुपये की मदद की है। पंजाबी सिंगर्स मीका सिंह, एमी विर्क, जसबिंदर सिंह बैंस और जैज डी समेत कई सिंगर्स और एक्टर भी किसान आंदोलन के समर्थन में हैं।

Disclaimer: इस लेख में अभिव्यक्ति विचार लेखक के अनुभव, शोध और चिन्तन पर आधारित हैं। किसी भी विवाद के लिए फोरम4 उत्तरदायी नहीं होगा।

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